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Gautam Adani के पास इतनी दौलत कहां से आई? | Tycoons of India |bhoopendra sharma

ह ब्लॉग  गौतम अडानी (Gautam Adani) की व्यवसायिक यात्रा और उनकी सफलता की कहानी पर आधारित है। गौतम अडानी ने अपने जीवन में अनेक चुनौतीपूर्ण और जोखिमपूर्ण (Risk)  निर्णय लिए, लेकिन उनकी रणनीतियों (Strategy) और नेटवर्किंग के कारण वे आज भारत के सबसे बड़े व्यवसायिक टाइकून (Business tycoon) में से एक बन गए हैं। वीडियो में दी गई प्रमुख रणनीतियाँ और विचारधाराएँ
(Strategy and ideas) इस प्रकार हैं:

1. नेटवर्किंग ही नेट वर्थ है ( Tycoons of India)

गौतम अडानी (Gautam Adani) ने अपने व्यवसाय की शुरुआत छोटे पैमाने पर की, लेकिन उन्होंने नेटवर्किंग का जबरदस्त इस्तेमाल किया। उनके लिए हर रिश्ते का महत्व था और उन्होंने बड़े सप्लायर्स और साझेदारों के साथ मजबूत नेटवर्क स्थापित किया।
सबसे पहले उन्होंने छोटे सप्लायर्स से बड़ा नेटवर्क बनाया और फिर बड़े सप्लायर्स से माल प्राप्त किया। उनका यह नेटवर्किंग कौशल और सही रिश्तों की पहचान करना उनके बिजनेस के लिए निर्णायक साबित हुआ।
2. नेटवर्क का विस्तार करना (Expanding the Network)
अडानी (Gautam Adani) ने 1985 में राजीव गांधी की नीतियों का सही उपयोग किया, जिसमें उन्होंने विदेशी व्यापार से जुड़े एक्सपोर्ट क्रेडिट का लाभ उठाया। उन्होंने गुजरात स्टेट एक्सपोर्ट कॉर्पोरेशन से पार्टनरशिप की और इंपोर्ट क्रेडिट का इस्तेमाल कर सस्ते में माल मंगवाया।
3. सप्लाई चेन का सही प्रबंधन (Effective Supply Chain Management)
अडानी (Gautam Adani) ने माल की सप्लाई को बढ़ाने के लिए 200 मैट्रिक टन से लेकर 2000 मैट्रिक टन तक का ऑर्डर दिया, और इस तरीके से उन्होंने अपनी सप्लाई चेन को मजबूत किया। इसके बाद उन्होंने कोरियाई सप्लायर्स से भी बड़े डिस्काउंट्स हासिल किए, जिससे उनका माल सस्ते में मिल सका और बाजार में डिमांड बढ़ी।
4. कुशल साझेदारी और सरकारी सहयोग (Smart Partnerships and Government Support)
अडानी (Gautam Adani) ने जब बड़े पोर्ट्स और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में निवेश किया, तो उन्होंने सरकारी पार्टनरशिप का भी लाभ उठाया। उन्होंने सरकारी योजनाओं का सही तरीके से इस्तेमाल किया और राज्य सरकारों के साथ साझेदारी की, जिससे उनके प्रोजेक्ट्स को प्रमोशन और ग्रांट्स मिले।
5. स्थिर और पुनः अर्जित होने वाली आय (Recurring Revenue)
अडानी (Gautam Adani) ने पोर्ट्स और ऊर्जा जैसे स्थिर और उच्च लाभ वाले बिजनेस में निवेश किया। उनका मानना था कि एक बार निवेश करने के बाद यदि वह उद्योग स्थिर रूप से लाभकारी हो, तो वह लंबे समय तक फायदा देगा।
6. रिस्क से नहीं डरना, अवसरों की पहचान करना (Embracing Risk and Identifying Opportunities)
गौतम अडानी (Gautam Adani) ने हमेशा रिस्क लिया, लेकिन रणनीति के तहत। उनकी सोच यही रही कि जोखिम को सही तरीके से मैनेज करना चाहिए और जोखिम से घबराना नहीं चाहिए। उन्होंने कई ऐसे क्षेत्रों में निवेश किया जहां पहले कोई नहीं गया था, जैसे कि कोयला खनन और पॉवर प्लांट्स।
7. बिजनेस के विविधीकरण की रणनीति  Business Diversification Strategy
अडानी (Gautam Adani) ने अपने व्यवसाय को कई अलग-अलग क्षेत्रों में फैलाया, जैसे कि सीमेंट, पॉवर, कोल, एयरपोर्ट, पोर्ट्स, आदि। इस प्रकार उन्होंने अपने व्यवसाय को डाइवर्सिफाई करके जोखिम को कम किया और हर क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत बनाई।
8. “बोरिंग बिजनेस” की तरफ ध्यान देना (Focusing on “Boring Businesses)”
अडानी (Gautam Adani)  ने बिजली और कोयला जैसे “बोरिंग बिजनेस” में निवेश किया, जिनमें स्थिर विकास और बड़ी अवसरों की संभावना थी। उनका मानना था कि जो धंधे नजर में कम आकर्षक लगते हैं, वे अक्सर सबसे लाभकारी होते हैं।
9. सीमित संसाधनों के साथ बड़े लक्ष्य  (Big Goals with Limited Resources)
गौतम अडानी (Gautam Adani)  ने हमेशा कम संसाधनों से बड़ी योजनाओं पर काम किया। उनका लक्ष्य हमेशा बड़ा था, और उन्होंने शुरुआत में ही अपने छोटे व्यापार से बड़े लक्ष्यों की ओर कदम बढ़ाए।
10. लीडरशिप और एक्सपेंशन ( Leadership and Expansion)
अडानी (Gautam Adani) ने हमेशा अपने कर्मचारियों और साझेदारों को प्रेरित किया और उन्हें खुद के विजन में शामिल किया। उनका मानना था कि सही टीम और सही दिशा में काम करने से ही कोई भी बड़ा व्यवसाय सफल हो सकता है।

 

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