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22 वर्षीय युवक साकेंद्र शर्मा का पुलिस में जाने का सपना हुआ चकनाचूर। ₹500 बचाने के चक्कर में 3 साल की मेहनत फिर पानी?

22 वर्षीय युवक साकेंद्र शर्मा का पुलिस में जाने का सपना हुआ चकनाचूर। ₹500 बचाने के चक्कर में 3 साल की मेहनत फिर। पानी? 

साकेंद्र शर्मा पुत्र राजेंद्र कुमार शर्मा निवासी मध्यपूर्व पोस्ट रामपुर मथुरा डिस्ट्रिक्ट सीतापुर। के निवासी हैं। ये 4 साल से लगातार रुक करके बाराबंकी में पुलिस में भर्ती होने का सपना देख रहे थे और वहाँ से तैयारी कर रहे थे। फिर बीच में अभी कुछ समय पहले ही एक जो है निकला फॉर्म पुलिस में भर्ती होने का तो उन्होंने तुरंत ही उसमें ऑनलाइन करवाने का सोचा। ऑनलाइन करवाने के नजदीकी एक कामन सर्विस सेंटर था। सीएससी था जहाँ पर इन्होंने जा करके ऑनलाइन करने के बारे में कागजों के बारे में जानकारी ली और जो कागज उसने बताए वो सारे कागज इन्होंने उसे दे दिए। और देने के बाद इनका उसने रजिस्ट्रेशन करवा दिया और कहा अब आप जाओ आप पेपर देने के लिए, एडमिटकार्ड लेने के लिए हमारे पास फ़ोन करना। दिनांक। 15 एक 2024 को अपना फॉर्म पुलिस कांस्टेबल के लिए ऑनलाइन करवाने के सारे कागज और ऑनलाइन फीस पुराने नाले के पास के जस्ट बगल में सोनू रावत सन आफ़ अवध राम रावत गांव ख ने वामित् ओरा जोकि इस समय आशीष जनसेवा केंद्र पर बैठते हैं। उन्होंने हमसे पैसे तो ले लिया और हमारा फर्जी रजिस्ट्रेशन करके। रजिस्ट्रेशन करके हमें एक दूसरे का ऐडमिट कार्ड एडिट करके हमारे पास भेज दिया। ये जानकारी हमें सकेंद्र शर्मा से मिली। उन्होंने हमें ये बताया और साथ ही साथ ही साथ ये भी बताया कि उसने बहुत बड़ा धोखा किया है।

सिर्फ ₹500 बचाने के लिए उसमें सिर्फ रजिस्ट्रेशन किया और आगे का प्रोसेसेस किया ही नहीं, ना तो उसने फीस जमा किया ना तो उसने आगे का जो। ₹400 फीस जमा करना था, वो भी नहीं जमा की और ना ही उसने फीस जमा की और दूसरे का फॉर्म दूसरे का जो ऐडमिट कार्ड जो डाउनलोड करवाने लड़का आया था, उसका ऐडमिट कार्ड डाउनलोड करके उसने भेज दिया। बट चालक की ज्यादा नहीं चलती। उसने अडमिट कार्ड तो एडिट कर दिया, बट बार कोड एडिट नहीं कर पाया। जैसे ही उसका बार कोड स्कैन किया गया। तो वहाँ पर शर्मा की जगह पे उसका नाम आ रहा था और उसका मोबाइल नंबर आया। फिर उस मोबाइल नंबर पे उस लड़के से संपर्क किया गया जिसका ऐडमिट कार्ड अपलोड एडिट किया था तो वो लड़के ने बताया की हम से थोड़ी देर के लिए हमारा ऐडमिट कार्ड मांगा था और उसी समय सातिर सोनू ने उसका ऐडमिट कार्ड। कर दिया। सोनू एक हर जन है और ये बहुत ही शातिर तरीके से काम करता है।

लोगों को रामपुर मथुरा में ठगने का काम करता है और ऐसे ही पैसे लेता है। फिर यह चीज़ से समस्या से परेशान हो कर के जब उसने फ़ोन किया और लगातार सोनू के पास कॉल करने लगे। राजेन्द्र शर्मा तो सोनू ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया और कोई भी जानकारी नहीं दी। फिर इसके बाद उसने तुरंत रामपुर मथुरा थाने में एक कंप्लेंट। ऐफ़ आई आर दर्ज करवाने के लिए एक प्रार्थना पत्र दिया है,

जिसकी रिपोर्ट हम कल तक आपको प्रस्तुत करेंगे कि आखिर उसमें क्या हुआ? साथ ही साथ साकेंद्र शर्मा ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में भी जो है पुलिस को सूचना देने के बारे में सोच रहे हैं ताकि ये फ्रॉड किसी अन्य लोगों के साथ ना हो सके।  प्रार्थी का भविष्य खतरे में है। उस भविष्य की मंगलकामना आप लोग करे से विनम्र निवेदन है। कैसे शातिर और चालाक लोगों के साथ हमेशा सतर्क रहे और हम पुलिस से निवेदन करते हैं कि इस पर मुकदमा दर्ज करके उसे को मैं एक कम से कम ऐसे जेल पहुंचाया जाए। ₹500 के चक्कर में इसने। लोगों के भविष्य के साथ खेला 3 साल की मेहनत को बर्बाद कर दिया गया।

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